बदलाव की कहानियाँ

Stories of Change

लघुचित्र, डायरी, वीडियो, बातचीत : इस अनुभाग में बताया गया हर एक काम आपको हमारे और हमारे काम के करीब लाता है। यह हमारे सामने मौजूद चुनौतियाँ बताते हैं, जिन्हें हमने अपने उद्देश्य के करीब आने के लिए पार की हैं

हमारी तीन परिचालन इकाइयाँ हैं – फील्ड संस्थान, फ़िलंथ्रोफ़ी और विश्वविद्यालय। यह तीनों एकजुट तरीके से फ़ाउण्डेशन के उद्देश्य को बढ़ावा देने के लिए कार्य करती हैं। एक न्यायसंगत, समतामूलक, मानवीय और सस्टेनबल समाज की दिशा में योगदान देना फ़ाउण्डेशन का उद्देश्य है। हम आपके लिए तीनों इकाइयों से, सीधे भारत भर में हमारे लोगों और भागीदारों से कहानियों का एक संग्रह लाए हैं। कहानियों के इस संग्रह में वीडियो, एनीमेशन, साक्षात्कार और पत्रिकाएँ मौजूद हैं। यह हमारे कार्य के विभिन्न क्षेत्रों में फ़ाउण्डेशन की यात्रा और प्रभाव को प्रदर्शित करती हैं।

गड्डनकेरी शाले । भाग 1

गड्डनकेरी शाले । भाग 1

जिन बच्चों के शिक्षा के मौके लगभग खत्म हो गए हैं, सुकन्या उनके लिए क्या कर सकती है?

एक कोशिश
गड्डनकेरी शाले । भाग 2

गड्डनकेरी शाले । भाग 2

आइए सुनते हैं - एक-जगह से दूसरी जगह माइग्रेट करने वाले बच्चों की शिक्षा के लिए सुकन्या क्या कर पाई?

एक कोशिश
जीवन की धारा-नदियों का जीवन । भाग 1

जीवन की धारा-नदियों का जीवन । भाग 1

धरती पर जीवन की शुरुआत से ही नदियाांँ हमारे अस्तित्व का बहुत अहम हिस्सा रहीं हैं। इससे जुड़े बहुत से मूल्य और संस्कार आज कल ख़त्म होते जा रहे हैं। ऐसी ही बातों को हमारी ज़िंदगी में वापस लाने की कोशिश के तहत यह पॉडकास्ट बनाया गया है।

एक कोशिश
जीवन की धारा-नदियों का जीवन । भाग 2

जीवन की धारा-नदियों का जीवन । भाग 2

कई सभ्यताएं नदियों के किनारे पनपी और फली-फूली और ख़त्म हुई। एक तरह से जीवन की शुरुआत और ख़ात्मा नदियां हैं। यह कविता आपको दिखाएगी कि कैसे हमारे जीवन का हर क्षण नदी से जुड़ा हुआ है।

एक कोशिश
जीवन की धारा-नदियों का जीवन । भाग 3

जीवन की धारा-नदियों का जीवन । भाग 3

सभी कुछ बह रहा है, नदी में बहते पानी की हर एक जल बिंदु की तरह। यह कविता हमारे जीवन और बहाव के मूलभूत संबंध के बारे में आपसे कुछ बातें बताएगी।

एक कोशिश
जीवन की धारा-नदियों का जीवन । भाग 4

जीवन की धारा-नदियों का जीवन । भाग 4

कविता – ऊंची इमारतों में बहती है नदी, लेखन व कविता पाठ – कुमार अक्षद, प्रस्तुति – राइशा कश्यप, नित्या मेहरा, विपुल कुमार

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