लघुचित्र, डायरी, वीडियो, बातचीत : इस अनुभाग में बताया गया हर एक काम आपको हमारे और हमारे काम के करीब लाता है। यह हमारे सामने मौजूद चुनौतियाँ बताते हैं, जिन्हें हमने अपने उद्देश्य के करीब आने के लिए पार की हैं
हमारी तीन परिचालन इकाइयाँ हैं – फील्ड संस्थान, फ़िलंथ्रोफ़ी और विश्वविद्यालय। यह तीनों एकजुट तरीके से फ़ाउण्डेशन के उद्देश्य को बढ़ावा देने के लिए कार्य करती हैं। एक न्यायसंगत, समतामूलक, मानवीय और सस्टेनबल समाज की दिशा में योगदान देना फ़ाउण्डेशन का उद्देश्य है। हम आपके लिए तीनों इकाइयों से, सीधे भारत भर में हमारे लोगों और भागीदारों से कहानियों का एक संग्रह लाए हैं। कहानियों के इस संग्रह में वीडियो, एनीमेशन, साक्षात्कार और पत्रिकाएँ मौजूद हैं। यह हमारे कार्य के विभिन्न क्षेत्रों में फ़ाउण्डेशन की यात्रा और प्रभाव को प्रदर्शित करती हैं।
होयसला एरोबिक्स: मदनिका की तरह आगे बढ़ें
होयसल मंदिर की दीवारों से कोई नक्काशीदार आकृति और किसी एरोबिक्स प्रशिक्षक की ऊर्जावान चाल की कल्पना करें। दोनों को एक साथ रखें और आपकी आँखों के सामने बेंगलूरु विश्वविद्यालय के वर्तमान विद्यार्थियों का एक रचनात्मक प्रोजेक्ट होगा।
भारत में COVID-19 का इतिहास | कलबुर्गी की कहानी
यह तस्वीर कर्नाटक के कलबुर्गी ज़िले की फोटो द्वारा कहानियों में से पहली है: मानवीय संकट, तबाही और अत्यंत जुझारू प्रतिक्रिया।
अच्छे विद्यालय: शासकीय प्राथमिक विद्यालय, धमतरी, छत्तीसगढ़
इस वीडियो में हम इस बात पर ध्यान केंद्रित करेंगे कि धमतरी, छत्तीसगढ़ में सरकारी प्राथमिक विद्यालय वास्तव में एक समावेशी और प्रेरणादायक शिक्षण स्थल क्यों है।